Welcome to ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति
संगठन का संक्षिप्त परिचय
ग्रामीण महिला एवं बाल विकास समिति
उत्तर प्रदेश सोसायटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम 1860 के द्वारा एक पंजीक्रत संस्था है। जिसके द्वारा चलाये जा रहे अभियान
ग्रामीण महिला एवं बाल सुरक्षा मिशन
के द्वारा अनेक गरीब बच्चों एवं महिलाओं को सैक्षिक एवं अर्थिक रूप से मजबूत बनाना एवं आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
संस्था का उददेश्य
1. युवाओं का सामाजिक मानसिक, नैतिक, चारित्रिक, शैक्षिक, बौद्विक एवं कलात्मक विकास करना।
2. महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों जैसे- सामाजिक हिंसा, महिला, उत्पीडन, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, बालक/बालिका शोषण आदि समस्त कुरीतियों को रोकने का प्रयास करना तथा स्वयं सहायता समूहों की स्थापना कर उन्हें प्रशिक्षित करना एवं गरीब कन्याओ की शादी में आर्थिक सहायता करना।

ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति!
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ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति
1. 1. संस्था द्वारा सन् 2015 से लेकर अब तक ठंडक में 1000 गरीब बेसाहारा लोगों को कम्बल वितरण किये गये है।
2. संस्था द्वारा सन 2015 से लेकर अब तक 200 से अधिक गरीब महिलाओं एवं बलिकाओं को आत्मनिर्भर एवं रोजगार मोहोइया कराने हेतु निःशुल्क सिलाई मशीन वितरण की गयी है।.
3. संस्था द्वारा सन् 2015 से लेकर अब तक 1000 से अधिक गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा समाग्री जैसे-कॉपी, किताब, स्टेशनरी, कपड़े, आदि वितरण किये गये है।.
4. संस्था द्वारा सन् 2015 से लेकर अब तक 150 से अधिक गरीब कन्याओं की शादी में आर्थिक सहयोग किया गया।
5. 5. संस्था द्वारा सन् 2015 से अब तक पर्यावरण बचाने हेतु एवं स्वच्छ पर्यावरण कार्यकम चलाकर 2,000 से अधिक वृक्षो का वक्षारोपण किया गया।
6. संस्था द्वारा 2015 से अब तक कई खेलकूद शिविर एवं जागरूकता शिविर रक्तदान शिविर महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मसुरक्षा प्रशिक्षणों आदि शिविरों का आयोजन किया गया
352
कार्यक्रम
15,000,00+
शामिल हुए लोग
65+
कार्य वर्ष
150+
स्वयंसेवक
हमारे काम में सफलता का मार्ग

ब्यूटी पार्लर एक ऐसी जगह है जहाँ व्यक्तिगत रूप-रंग निखारने के लिए पेशेवर सौंदर्य उपचार और सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। यह त्वचा की देखभाल, बालों की देखभाल, मेकअप और समग्र सौंदर्य संबंधी ज़रूरतों को पूरा करता है।

पशुपालन कृषि की वह शाखा है जिसमें मवेशियों, मुर्गी पालन, मछली, भेड़, बकरी और अन्य पालतू जानवरों के प्रजनन, पालन और देखभाल से संबंधित कार्य किया जाता है। यह खाद्य उत्पादन, ग्रामीण आजीविका और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है

ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति का उद्देश्य युवाओं को निःशुल्क तकनीकी प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगारपरक एवं स्वावलंबी बनाना है। संस्थान युवाओं को उनकी दैनिक आवश्यकताओं के अनुसार रोजगारपरक प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जैसे प्लंबिंग, इलेक्ट्रीशियन, राजमिस्त्री, बढ़ईगीरी, सुरक्षा, मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती आदि, ताकि वे न केवल स्वयं काम करने में सक्षम बनें, बल्कि उद्यम स्थापित करके दूसरों की भी मदद कर सकें।

ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति की स्थापना का मुख्य उद्देश्य वंचितों और जरूरतमंदों को विभिन्न कौशलों से संबंधित निःशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें सक्षम और कुशल बनाना है। संस्थान युवाओं, श्रमिकों और महिलाओं को आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों जैसे प्लंबिंग, इलेक्ट्रीशियन, राजमिस्त्री, बढ़ईगीरी, सुरक्षा, मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती आदि में प्रशिक्षण देकर उन्हें कुशल बनाने में मदद करेगा।

ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति ने महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर संस्थान ने न केवल उन्हें आर्थिक संबल प्रदान किया है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास की भावना विकसित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का भी संकल्प लिया है।
ग्रामीण महिला एवं बाल उत्थान समिति द्वारा कार्य
शिक्षा
सभी गरीब लड़के/लड़कियों को शिक्षा की आवश्यकता है ताकि वे अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकें।
सशक्तिकरण
हम महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं और उन्हें सशक्त बना रहे हैं, ताकि वे समाज की मजबूत आधारशिला बन सकें।
रोज़गार
हम लड़कियों/लड़कों के रोज़गार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम उनके तकनीकी ज्ञान का निर्माण कर रहे हैं ताकि वे कहीं भी काम कर सकें।
कृषि
हम किसानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उनके लिए कृषि उपकरण और खेती से संबंधित जानकारी की व्यवस्था कर रहे हैं।
स्वास्थ्य
हम स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर भी काम कर रहे हैं। हमारी पहली प्राथमिकता बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है।
स्वयं सहायता समूह
महिलाएं हर घर का आधार होती हैं। स्वयं सहायता समूह बनाकर वे अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकती हैं।